vaidik mantra siddhi

वैदिक मंत्र कैसे सिद्ध करें 

किसी भी वैदिक मंत्र को सिद्ध करने का तरीका काफी सरल और प्रभावशाली है | बस बात इतनी सी है कि यह समय और समर्पण दोनों ही ज्यादा मांगता है और बहुत धैर्य की आवश्यकता होती है | जल्दबाज़ी वाला कोई काम नहीं है | सहज भाव से नियमित रूप से विधिवत जाप करें| 

मंत्र सिद्धि की विधि:

वैदिक मंत्र को बताई गई विधि के अनुसार नियमित रूप से और एक निश्चित संख्या में जपें | हो सके तो एक नियत समय पर करें | जब मंत्र जप संख्या १२५,००० (125,000) पूरी हो जाये तो दशांश हवन करें | मंत्र सिद्ध हो जायेगा | 

उदाहरण

मान लीजिये आपने "ॐ नमः शिवाय" मंत्र को करना है और तंत्रोक्त प्रयोग करना है तो सबसे पहले इस मंत्र का १२५,००० (125,000) अर्थात सवा लाख बार जाप करें| यह और भी अच्छा रहेगा कि अगर आप मंत्र जप एक निश्चित संख्या में और एक निश्चित समय पर प्रतिदिन करें| इस तरह से एक निश्चित तिथि या समय में आप सवा लाख जाप पूरे कर लेंगें | अब अपने दशांश हवन करना है | सवा लाख को १० (10) से भाग करें | संख्या आएगी १२५०० (12,500) अर्थात बारह हज़ार पांच सौ | अब आपने इसी मंत्र की इतनी ही आहुतियां देनी है | यह एक बड़ा हवन होगा | आहुतियां देते समय मंत्र के अंत में "स्वाहा" शब्द जुड़ जायेगा अर्थात आहुति देते समय आप "ॐ नमः शिवाय स्वाहा" बोलेंगे और स्वाहा बोलते ही हवन में आहुति देंगे|  एक ही दिन में इतना बड़ा दशांश हवन करना बड़ा ही मुश्किल काम है | अतः इसकी आसान विधि यह है कि प्रतिदिन एक निश्चित संख्या में आहुतियां दी जाये और इस तरह कुछ दिन में बारह हज़ार पांच सौ आहुतियां पूरी कर ली जाये | इस तरह आप आसानी से इस मंत्र की सिद्धि कर सकते हैं| 

मंत्र प्रयोग कैसे करें 

कोई भी मंत्र सिद्ध होने पर आपके पास अब एक विशेष शक्ति है| मंत्र देवी या देवता की कृपा और दया दृष्टि आप पर सदैव बनी रहती है| आप उनके सुरक्षा चक्र की परिधि में हैं| लेकिन अहंकार आपको डूबा सकता है| कभी भी श्रेष्ठ भावना के शिकार न हों | एकदम सामान्य रहिये| मानवता के हित में ही मंत्र का प्रयोग करें| योग्य गुरू के मार्गदर्शन में ही मंत्र विधिवत प्रयोग करें| बिना गुरू ज्ञान नहीं और शक्ति बड़ी ख़तरनाक होती है| गुरू छतरी में ही मंत्र का प्रयोग करें| गुरू बिना शक्ति नहीं चलती| ज्यादा श्याणे मत बनिए| लेने के देने पड़ जायेंगे| हमेशा योग्य गुरू के मार्गदर्शन में ही सिद्ध-मंत्र का प्रयोग करें|             

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